14 फरवरी 2025 पंचांग की पूरी जानकारी: फाल्गुन कृष्ण द्वितीया, शुभ-अशुभ समय, राहु काल, चंद्र-सूर्य राशि परिवर्तन, और मुहूर्त। जानें क्रोधी संवत्सर में विवाह, गृहप्रवेश या नए कार्यों के लिए श्रेष्ठ समय।
14 फरवरी 2025 पंचांग, शुक्रवार को फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। यह दिन क्रोधी संवत्सर में पड़ रहा है, जो संकल्प और सावधानी की मांग करता है। इस लेख में, हम इस दिन के शुभ-अशुभ समय, नक्षत्रों का प्रभाव, और धार्मिक कार्यों के लिए उपयुक्त मुहूर्त पर चर्चा करेंगे।
- तिथि: कृष्ण द्वितीया (13 फरवरी 08:22 PM से 14 फरवरी 09:52 PM तक)
- नक्षत्र: पूर्वा फाल्गुनी (14 फरवरी 11:09 PM तक), फिर उत्तरा फाल्गुनी
- योग: सुकर्मा योग (14 फरवरी 07:20 AM से) – नए व्यवसाय और शिक्षा के लिए शुभ रहेगा।
- करण: गर करण (09:03 AM से 09:52 PM तक) – दान-पुण्य और धार्मिक कार्यों का विशेष महत्व रहेगा।
शुभ मुहूर्त (14 February 2025 Shubh Muhurat)
- अभिजीत मुहूर्त: 12:18 PM – 01:03 PM सभी शुभ कार्यों के लिए उत्तम रहेगा।
- अमृत काल: 04:24 PM – 06:08 PM धन लाभ और रचनात्मक कार्यों के लिए श्रेष्ठ रहेगा।
- ब्रह्म मुहूर्त: 05:26 AM – 06:14 AM ध्यान, योग और आध्यात्मिक साधना हेतु शुभ रहेगा।
सूर्य और चंद्रमा का समय
14 फरवरी 2025 पंचांग: के अनुसार शुर्योदय सुबह 07:03 बजे होंगे, सूर्यास्त शाम 06:18 बजे होगा, वही चंद्रोदय शाम 08:00 बजे और चन्द्रस्त 15 फ़रवरी 08:32 बजे होगा।
- सूर्योदय – 7:03 AM
- सूर्यास्त – 6:18 PM
- चन्द्रोदय – 8:00 PM
- चन्द्रास्त – Feb 15 8:32 AM
अशुभ मुहूर्त (Ashubh Kaal)
- राहु काल: 11:16 AM – 12:40 PM के बीच कोई भी शुभ कार्य न करें।
- यमगण्ड काल: 03:29 PM – 04:53 PM विवाद और नुकसान का समय रहेगा।
- दुर्मुहूर्त: 09:18 AM – 10:03 AM और 01:03 PM – 01:48 PM तक रहेगा।
विशेष सुझाव
- चंद्र राशि परिवर्तन: 15 फरवरी 05:44 AM से चंद्रमा कन्या राशि में प्रवेश करेगा। कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वाले जातक वित्तीय निर्णय सावधानी से लें।
- विवाह मुहूर्त 2025: इस दिन विवाह के लिए अमृत काल (04:24 PM – 06:08 PM) उपयुक्त है, परंतु कुंडली मिलान अवश्य कराएँ।
- दान-पुण्य: गर करण में तिल, कंबल या गुड़ दान करने से पितृ दोष शांत होते हैं।
सूर्य और चंद्र का प्रभाव
- सूर्य: कुंभ राशि में – समाजसेवा और टीमवर्क पर ध्यान दें।
- चंद्रमा: सिंह से कन्या राशि में – स्वास्थ्य और दैनिक दिनचर्या में संतुलन जरूरी।
FAQ
Q1. 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे और पंचांग का क्या संबंध है?
उत्तर: इस दिन प्रेम संबंधों में स्थिरता के लिए उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र शुभ है, परंतु राहु काल में बड़े वादे टालें।
Q2. क्रोधी संवत्सर में क्या सावधानी बरतें?
उत्तर: विवादों से बचें, भूमि खरीदारी और वाद-विवाद से दूर रहें।
Q3. इस दिन कौन से देवता की पूजा फलदायी है?
उत्तर: भगवान शिव और माता लक्ष्मी की पूजा करें। गायत्री मंत्र का जाप विशेष लाभदायक।
निष्कर्ष
14 फरवरी 2025 का दिन सुकर्मा योग और गर करण के कारण नए प्रयासों के लिए अनुकूल है, लेकिन राहु काल और यमगण्ड में सावधानी आवश्यक है। धार्मिक कार्यों के लिए अमृत काल का सदुपयोग करें।