पंचांग: 11 फरवरी 2025, मंगलवार
राष्ट्रीय तिथि: माघ 22, शक संवत 1946, माघ शुक्ल चतुर्दशी, मंगलवार, विक्रम संवत् 2081।
सौर माघ मास प्रविष्टे: 29, शबान 12, हिजरी 1446 (मुस्लिम)।
अंग्रेजी तारीख: 11 फरवरी 2025।
सूर्य की स्थिति: उत्तरायण, दक्षिण गोल, शिशिर ऋतु।
आज का पंचांग
पंचांग हिंदू धर्म और ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह न केवल तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण की जानकारी प्रदान करता है, बल्कि शुभ और अशुभ मुहूर्तों के बारे में भी मार्गदर्शन करता है। आइए, 11 फरवरी 2025 के पंचांग को विस्तार से समझते हैं।
तिथि और नक्षत्र
- चतुर्दशी तिथि: आज चतुर्दशी तिथि सायं 06:56 बजे तक रहेगी। इसके बाद पूर्णिमा तिथि का आरंभ होगा। चतुर्दशी तिथि को विशेष रूप से धार्मिक कार्यों और व्रत के लिए शुभ माना जाता है।
- पुष्य नक्षत्र: आज पुष्य नक्षत्र सायं 06:34 बजे तक रहेगा। पुष्य नक्षत्र को शुभ माना जाता है और इसे नए कार्यों की शुरुआत, यात्रा और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उत्तम माना जाता है। इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र का आरंभ होगा, जो कुछ विशेष कार्यों के लिए उपयुक्त माना जाता है।
योग और करण
- आयुष्मान योग: प्रातः 09:06 बजे तक आयुष्मान योग रहेगा। यह योग स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए शुभ माना जाता है। इसके बाद सौभाग्य योग का आरंभ होगा, जो धन और समृद्धि के लिए शुभ माना जाता है।
- वणिज करण: सायं 06:56 बजे तक वणिज करण रहेगा। यह करण व्यापार और वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए शुभ माना जाता है। इसके बाद बव करण का आरंभ होगा, जो सामान्य कार्यों के लिए उपयुक्त माना जाता है।
चंद्रमा की स्थिति
आज चंद्रमा दिन-रात कर्क राशि पर संचार करेगा। कर्क राशि में चंद्रमा की उपस्थिति भावनात्मक संवेदनशीलता और कल्पनाशीलता को बढ़ाती है। यह समय परिवार और घरेलू मामलों के लिए उपयुक्त माना जाता है।
सूर्योदय और सूर्यास्त
- सूर्योदय: 11 फरवरी 2025 को सुबह 07:02 बजे।
- सूर्यास्त: 11 फरवरी 2025 को शाम 06:08 बजे।
आज का शुभ मुहूर्त (11 फरवरी 2025)
शुभ मुहूर्त में कार्य करने से सफलता की संभावना बढ़ जाती है। आइए, आज के शुभ मुहूर्तों को जानते हैं:
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 05:19 बजे से 06:11 बजे तक।
ब्रह्म मुहूर्त को दिन का सबसे पवित्र और शुभ समय माना जाता है। इस समय ध्यान, योग और पूजा-पाठ के लिए उत्तम माना जाता है। - विजय मुहूर्त: दोपहर 02:26 बजे से 03:11 बजे तक।
विजय मुहूर्त को नए कार्यों की शुरुआत, यात्रा और महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए शुभ माना जाता है। - निशिथ काल: रात्रि 12:09 बजे से 01:01 बजे तक।
निशिथ काल को रात्रि के सबसे शुभ समय के रूप में जाना जाता है। यह समय धार्मिक कार्यों और आध्यात्मिक साधना के लिए उपयुक्त है। - गोधूलि बेला: शाम 06:06 बजे से 06:32 बजे तक।
गोधूलि बेला को संध्या काल का सबसे शुभ समय माना जाता है। यह समय प्रार्थना और ध्यान के लिए उत्तम है।
आज का अशुभ मुहूर्त (11 फरवरी 2025)
अशुभ मुहूर्त में कार्य करने से बचना चाहिए। आइए, आज के अशुभ मुहूर्तों को जानते हैं:
- राहुकाल: दोपहर 03:00 बजे से 04:30 बजे तक।
राहुकाल को दिन का सबसे अशुभ समय माना जाता है। इस समय किसी भी नए कार्य की शुरुआत करने से बचना चाहिए। - गुलिक काल: दोपहर 12:00 बजे से 01:30 बजे तक।
गुलिक काल को भी अशुभ माना जाता है। इस समय महत्वपूर्ण कार्यों को टालना चाहिए। - यमगंड: सुबह 10:30 बजे से 12:00 बजे तक।
यमगंड को अशुभ माना जाता है। इस समय किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करने से बचना चाहिए। - अमृत काल: सुबह 11:12 बजे से 12:35 बजे तक।
अमृत काल को शुभ माना जाता है, लेकिन कुछ विशेष कार्यों के लिए इसे उपयुक्त नहीं माना जाता है। - दुर्मुहूर्त काल: सुबह 09:16 बजे से 10:00 बजे तक।
दुर्मुहूर्त काल को अशुभ माना जाता है। इस समय किसी भी नए कार्य की शुरुआत करने से बचना चाहिए। - भद्राकाल: शाम 06:55 बजे से अगले दिन सुबह 07:02 बजे तक।
भद्राकाल को अशुभ माना जाता है। इस समय किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करने से बचना चाहिए।
निष्कर्ष:
11 फरवरी 2025 का पंचांग हमें दिन के शुभ और अशुभ समय के बारे में जानकारी प्रदान करता है। शुभ मुहूर्त में कार्य करने से सफलता की संभावना बढ़ जाती है, जबकि अशुभ मुहूर्त में कार्य करने से बचना चाहिए। यह पंचांग आपके दिन को शुभ और सफल बनाने में मदद करेगा।