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06 अगस्त 2025 पंचांग: | बुधवार | प्रदोष व्रत का महत्व और दिनभर के शुभ-अशुभ मुहूर्त

Aaj Ka Panchang 06 August 2025 in Hindi: आज का दिन हिंदू पंचांग के अनुसार बेहद शुभ और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। दिन है बुधवार, तिथि है श्रावण शुक्ल पक्ष की द्वादशी, जो दोपहर 02:08 बजे तक रहेगी। इसके बाद त्रयोदशी तिथि आरंभ हो जाएगी, जो अगले दिन दोपहर 02:28 बजे तक जारी रहेगी। इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि प्रदोष व्रत भी आज ही मनाया जा रहा है। यह व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है और विशेष रूप से संध्या के समय की पूजा में इसका अत्यधिक पुण्य फल प्राप्त होता है।

नक्षत्र की बात करें तो आज पहले मूल नक्षत्र रहेगा, जो दोपहर 12:59 बजे तक है। इसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र शुरू हो जाएगा, जो अगले दिन दोपहर 02:01 बजे तक प्रभावी रहेगा। मूल नक्षत्र गण्डमूल श्रेणी में आता है, इसलिए इस समय में जन्म लेने वाले बच्चों के लिए विशेष शांति पूजा की सलाह दी जाती है।

योग की स्थिति के अनुसार, आज सुबह 07:17 बजे तक वैधृति योग है, जो शुभ कार्यों के लिए सामान्य रूप से अनुकूल नहीं माना जाता। इसके बाद विष्कुम्भ योग आरंभ होता है, जो अगले दिन सुबह 06:42 बजे तक रहेगा। विष्कुम्भ योग को भी सामान्य रूप से मध्यम फलदायी माना जाता है।

करण की बात करें, तो आज दिन की शुरुआत बालव करण से होती है जो दोपहर 02:08 बजे तक रहेगा। इसके पश्चात कौलव करण शुरू होगा और रात 02:23 बजे तक प्रभावी रहेगा। बाद में तैतिल करण आरंभ होगा।

सूर्योदय, सूर्यास्त और चंद्रमा की स्थिति

आज सूर्योदय सुबह 06:03 बजे और सूर्यास्त शाम 07:01 बजे होगा। चंद्रमा धनु राशि में संचार करेगा और इसका चंद्रोदय शाम 05:02 बजे और चंद्रास्त अगली सुबह 03:41 बजे होगा। चंद्रमा का धनु राशि में रहना धार्मिक दृष्टि से अनुकूल माना जाता है, विशेष रूप से शिक्षा, दर्शन और यात्रा से जुड़े कार्यों के लिए।

अशुभ समय और राहुकाल की जानकारी

हिंदू धर्म में शुभ-अशुभ समय का विशेष महत्व होता है। आज का राहुकाल दोपहर 12:32 बजे से 02:10 बजे तक रहेगा। इस समय में कोई भी नया या महत्वपूर्ण कार्य शुरू करने से बचना चाहिए।

इसके अलावा अन्य अशुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं:

  • यमगण्ड काल: सुबह 07:40 से 09:18 बजे तक

  • गुलिक काल: सुबह 10:55 से दोपहर 12:32 बजे तक

  • दुर्मुहूर्त: दोपहर 12:06 से 12:58 बजे तक

  • वर्ज्य काल: 11:17 AM – 12:59 PM, और 10:59 PM – 12:39 AM

इन समयों में कोई भी मांगलिक कार्य या यात्रा आदि करने से पहले विचार करना चाहिए।

शुभ मुहूर्त और विशेष योग

आज अभिजीत मुहूर्त उपलब्ध नहीं है, लेकिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:27 से 05:15 बजे तक रहेगा, जो जप-तप और ध्यान के लिए सर्वोत्तम माना गया है। अमृत काल सुबह 06:14 से 07:57 बजे तक रहेगा, जो सभी शुभ कार्यों के लिए अत्यंत लाभकारी माना गया है।

आनन्दादि योगों में आज ध्वजा योग दोपहर 12:59 बजे तक है, जिसके बाद श्रीवत्स योग आरंभ होगा। ये दोनों योग भी जीवन में समृद्धि, सम्मान और सफलता दिलाने वाले माने जाते हैं।

आज के व्रत और त्योहार

आज प्रदोष व्रत है, जो विशेष रूप से भगवान शिव को समर्पित होता है। यदि प्रदोष व्रत बुधवार को आए तो इसे सौम्य प्रदोष कहा जाता है और यह व्रत संतान प्राप्ति, रोग नाश और आर्थिक समृद्धि के लिए फलदायी माना जाता है। इस दिन रात्रि के समय शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, धतूरा, और सफेद पुष्प अर्पण करने से विशेष पुण्य मिलता है।

राशि और मास की स्थिति

  • सूर्य की राशि: कर्क

  • चंद्रमा की राशि: धनु

  • अयन: दक्षिणायन

  • ऋतु: वर्षा ऋतु

  • विक्रम संवत: 2082 (कालयुक्त)

  • शक संवत: 1947 (विश्वावसु)

  • पूर्णिमांत मास: श्रावण

  • अमांत मास: श्रावण


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