12 फरवरी 2025, बुधवार के दिन माघ मास की पूर्णिमा और संत रविदास जयंती का पावन पर्व मनाया जा रहा है। यह दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। माघ पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान, दान और व्रत का विशेष महत्व है। साथ ही, संत रविदास जयंती पर उनके उपदेशों और समाज में समानता के संदेश को याद किया जाता है। आइए, जानते हैं आज के पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल के बारे में विस्तार से।
आज का पंचांग (12 फरवरी 2025)
- राष्ट्रीय तिथि: माघ 23, शक संवत 1946
- विक्रम संवत: 2081
- हिजरी तिथि: 13 शब्बान 1446
- अंग्रेजी तिथि: 12 फरवरी 2025
- दिन: बुधवार
- सूर्योदय: सुबह 07:01 बजे
- सूर्यास्त: शाम 06:09 बजे
- ऋतु: शिशिर ऋतु
- सूर्य: उत्तरायण
आज के नक्षत्र और योग
- आश्लेषा नक्षत्र: सायं 07:36 बजे तक
- मघा नक्षत्र: सायं 07:36 बजे से प्रारंभ
- सौभाग्य योग: प्रातः 08:07 बजे तक
- शोभन योग: प्रातः 08:07 बजे से प्रारंभ
- बव करण: सायं 07:23 बजे तक
- बालव करण: सायं 07:23 बजे से प्रारंभ
- चंद्रमा: कर्क राशि से सिंह राशि में संचार
आज के व्रत और त्योहार
- माघ पूर्णिमा: पवित्र नदियों में स्नान, दान और व्रत का विशेष महत्व।
- रविदास जयंती: संत रविदास के जीवन और उपदेशों को याद करने का दिन।
- फाल्गुन संक्रांति: फाल्गुन मास का प्रारंभ।
- श्री सत्यनारायण व्रत: भगवान विष्णु की पूजा और कथा का आयोजन।
आज का शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 05:19 से 06:10 बजे तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 02:27 से 03:11 बजे तक
- गोधूलि बेला: शाम 06:07 से 06:32 बजे तक
- निशिथ काल: रात 12:09 से 01:01 बजे तक
आज का अशुभ मुहूर्त
- राहुकाल: दोपहर 12:00 से 01:30 बजे तक
- गुलिक काल: सुबह 10:30 से 12:00 बजे तक
- यमगंड काल: सुबह 07:30 से 09:00 बजे तक
- भद्राकाल: सुबह 07:02 से 07:05 बजे तक
- दुर्मुहूर्त काल: दोपहर 12:13 से 12:58 बजे तक
माघ पूर्णिमा का महत्व
माघ पूर्णिमा हिंदू धर्म में एक पवित्र दिन माना जाता है। इस दिन गंगा, यमुना और अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। दान-पुण्य और व्रत रखने का विशेष महत्व है। इस दिन चंद्रमा की शुभ किरणें शरीर और मन को शुद्ध करती हैं।
रविदास जयंती का संदेश
संत रविदास जी ने समाज में समानता और भक्ति का संदेश दिया। उनके उपदेश आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने मानवता और प्रेम का संदेश दिया, जो हमें आज भी प्रेरणा देता है।
निष्कर्ष
आज का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। माघ पूर्णिमा और रविदास जयंती के इस पावन अवसर पर सभी को शुभकामनाएं। शुभ मुहूर्त में कार्य करने से सफलता प्राप्त होती है, जबकि अशुभ समय में सावधानी बरतनी चाहिए।