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पंचांग: 09 फरवरी 2025, रविवार विक्रम संवत 2081 शक संवत 1946 (क्रोधी संवत्सर)

पंचांग: 09 फरवरी 2025

पंचांग: 09 फरवरी 2025

 

09 फरवरी 2025, रविवार को माघ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। यह दिन विक्रम संवत 2081 और शक संवत 1946 के क्रोधी संवत्सर में आता है। इस दिन का पंचांग हिंदू धर्म और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार काफी महत्वपूर्ण है। आइए, इस दिन के तिथि, नक्षत्र, योग, करण, ग्रह स्थिति, शुभ-अशुभ समय और अन्य जानकारी को विस्तार से समझते हैं।

तिथि एवं नक्षत्र

इस दिन माघ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। द्वादशी तिथि 08 फरवरी को रात 08:16 PM से शुरू होकर 09 फरवरी को शाम 07:25 PM तक रहेगी। इसके बाद त्रयोदशी तिथि शुरू होगी, जो 09 फरवरी को शाम 07:25 PM से 10 फरवरी को शाम 06:57 PM तक रहेगी।

नक्षत्रों की बात करें तो आद्रा नक्षत्र 08 फरवरी को शाम 06:07 PM से 09 फरवरी को शाम 05:52 PM तक रहेगा। इसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र शुरू होगा, जो 09 फरवरी को शाम 05:53 PM से 10 फरवरी को शाम 06:00 PM तक रहेगा।

योग एवं करण

इस दिन विष्कुम्भ योग 08 फरवरी को दोपहर 02:04 PM से 09 फरवरी को दोपहर 12:06 PM तक रहेगा। इसके बाद प्रीति योग शुरू होगा, जो 09 फरवरी को दोपहर 12:06 PM से 10 फरवरी को सुबह 10:26 AM तक रहेगा।

करण की बात करें तो बव करण 08 फरवरी को रात 08:16 PM से 09 फरवरी को सुबह 07:48 AM तक रहेगा। इसके बाद बालव करण शुरू होगा, जो 09 फरवरी को सुबह 07:48 AM से शाम 07:25 PM तक रहेगा। फिर कौलव करण शुरू होगा, जो 09 फरवरी को शाम 07:25 PM से 10 फरवरी को सुबह 07:08 AM तक रहेगा।

ग्रह स्थिति

इस दिन सूर्य मकर राशि में रहेंगे, जबकि चंद्रमा मिथुन राशि में संचार करेंगे। चंद्रमा पूरे दिन और रात मिथुन राशि में रहेगा। राहु काल इस दिन दोपहर 04:51 PM से शाम 06:15 PM तक रहेगा, जो अशुभ माना जाता है।

सूर्य और चंद्रमा का समय

अयन और ऋतु

इस दिन उत्तरायण का समय चल रहा है। वैदिक ऋतु के अनुसार शिशिर ऋतु है, जो ठंड का मौसम होता है। द्रिक ऋतु के अनुसार भी शिशिर ऋतु ही है।

शुभ और अशुभ समय

विशेष योग

इस दिन त्रिपुष्कर योग शाम 05:53 PM से 07:25 PM तक रहेगा। यह योग पुनर्वसु नक्षत्र, रविवार और शुक्ल द्वादशी के संयोग से बन रहा है। यह योग शुभ माना जाता है और इसमें किए गए कार्य सफल होते हैं।

अन्य जानकारी

नोट

यह पंचांग जानकारी सामान्य ज्ञान और धार्मिक कार्यों के लिए उपयोगी है। यदि आप किसी विशेष कार्य के लिए मुहूर्त निकालना चाहते हैं, तो किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श अवश्य करें।

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