Panchang Today: हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व है। यह न केवल धार्मिक कार्यों, त्योहारों और मुहूर्तों को निर्धारित करने में सहायक होता है, बल्कि दैनिक जीवन में भी इसके अनुसार चलने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। आइए, 16 मई 2025, शुक्रवार के पंचांग की समस्त जानकारी प्राप्त करें और जानें कि आज का दिन कैसा रहेगा।
मुख्य तिथि एवं नक्षत्र
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तिथि (चतुर्थी):
आज कृष्ण पक्ष की चतुर्थी है, जो सुबह 06:02 बजे से प्रारंभ होकर 29:13 (अगले दिन सुबह 05:13) तक रहेगी। चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश की उपासना के लिए शुभ माना जाता है। -
नक्षत्र (मूल):
आज का नक्षत्र मूल है, जो दोपहर 15:57 तक प्रभावी रहेगा। मूल नक्षत्र को कठिन परिश्रम और परिवर्तन का प्रतीक माना जाता है। इस दौरान नए कार्य प्रारंभ करने से बचना चाहिए। -
योग (सिद्ध):
सिद्ध योग सुबह 07:06 तक रहेगा। यह योग कार्यों में सफलता और मनोकामनाओं की पूर्ति का संकेत देता है। -
करण:
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बालवा करण: 16:39 तक
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बावा करण: 29:13 (अगले दिन सुबह 05:13) तक
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सूर्य एवं चंद्रमा की गतिविधियाँ
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सूर्योदय: 06:02
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सूर्यास्त: 19:10
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चंद्रोदय: 22:42
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चंद्रास्त: 08:25 (अगले दिन)
सूर्य वृषभ राशि में स्थित है, जो स्थिरता और धैर्य का प्रतीक है। वहीं, चंद्रमा धनु राशि में होने के कारण उत्साह और यात्रा के योग बना रहा है।
महीना एवं संवत
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शक संवत: 1947 (विश्वावसु नामक संवत्सर)
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अमान्त मास: वैशाख
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पूर्णिमांत मास: ज्येष्ठ
पक्ष एवं वार
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पक्ष: कृष्ण पक्ष
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वार: शुक्रवार
शुक्रवार को माता लक्ष्मी और शुक्र ग्रह से जोड़ा जाता है। इस दिन सफेद रंग के वस्त्र पहनना और दान करना शुभ माना जाता है।
अशुभ मुहूर्त
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गुलिक काल (07:40 – 09:19):
यह समय नकारात्मक ऊर्जा से युक्त माना जाता है। इसमें महत्वपूर्ण कार्य टालें। -
यमगण्ड (15:53 – 17:31):
इस अवधि में यम के प्रभाव के कारण अनिष्ट होने की आशंका रहती है। -
दूर मुहूर्त:
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19:37 – 19:40
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19:48 – 19:51
इन क्षणों में शुभ कार्य न करें।
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राहु काल (10:57 – 12:36):
राहु के प्रभाव वाले इस समय में नए कार्य प्रारंभ करने से बचें।
शुभ मुहूर्त
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अभिजीत (12:09 – 13:02):
यह सर्वश्रेष्ठ मुहूर्तों में से एक है। इस दौरान पूजा, यात्रा या व्यापारिक कार्य शुरू करना लाभदायक होता है। -
अमृत काल (09:02 – 10:46):
इस समय में किए गए कार्य सफलता प्रदान करते हैं। विशेष रूप से शादी, गृहप्रवेश जैसे मांगलिक कार्यों के लिए उत्तम है।
आज के दिन विशेष
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चंद्रमा की स्थिति: चंद्रमा के धनु राशि में होने से लोगों में धार्मिक भावनाएँ प्रबल होंगी।
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सूर्य का वृषभ राशि में होना: आर्थिक मामलों में स्थिरता और निवेश के लिए अच्छा समय है।
सुझाव एवं सावधानियाँ
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कृष्ण चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा करने से विघ्नों का नाश होता है।
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मूल नक्षत्र में जन्मे जातकों को आज विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
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शुक्रवार के दिन मीठे व्यंजन का दान करने से संबंधों में मधुरता आती है।
निष्कर्ष
16 मई 2025 का पंचांग बताता है कि आज का दिन मिश्रित प्रभाव लेकर आया है। सुबह के अमृत काल और अभिजीत मुहूर्त में शुभ कार्य करें, जबकि गुलिक काल और राहु काल में सतर्क रहें। पंचांग के अनुसार चलकर आप नकारात्मक प्रभावों से बच सकते हैं और सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
आज का पंचांग जानने के लिए हमारे ब्लॉग से जुड़े रहें और दैनिक जीवन में शुभ मुहूर्तों का लाभ उठाएं!