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Sarswati Mata Ki Aarti: जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता सदगुण वैभव शालिनी।

Sarswati Mata Ki Aarti

Sarswati Mata Ki Aarti

Sarswati Mata Ki Aarti : ज्ञान, विद्या और संगीत की देवी का आशीर्वाद

माँ सरस्वती हिंदू धर्म में ज्ञान, विद्या, कला और संगीत की देवी मानी जाती हैं। उनकी पूजा-आराधना विद्यार्थियों, कलाकारों और ज्ञान के साधकों द्वारा बसंत पंचमी के दिन बड़े धूम धाम से मनाते हैं। माँ सरस्वती की कृपा से ही मनुष्य को बुद्धि, विवेक और कला का विद्या मिलता है। उनकी आरती करने से मन को शांति मिलती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है।

आइए, माँ सरस्वती की इस दिव्य आरती के माध्यम से उनकी कृपा पाएं और अपने जीवन को ज्ञान और सद्गुणों से भर दें।

सरस्वती जी की आरती


जय सरस्वती माता,
जय जय सरस्वती माता।
सदगुण वैभव शालिनी,
त्रिभुवन विख्याता॥
जय जय सरस्वती माता…॥

ओम जय सरस्वती माता,
जय जय सरस्वती माता।
सदगुण वैभव शालिनी,
त्रिभुवन विख्याता॥
जय जय सरस्वती माता…॥

चन्द्रबदनी पद्मासिनि,
द्युति मंगलकारी,
मैया द्युति मंगलकारी।
सोहे शुभ हंस सवारी,
अतुल तेजधारी॥
जय जय सरस्वती माता…॥

बाएं कर में वीणा,
दाएं कर माला,
मैया दाएं कर माला।
शीश मुकुट मणि सोहे,
गल मोतियन माला॥
जय जय सरस्वती माता…॥

देवी शरण जो आए,
उनका उद्धार किया,
मैया उनका उद्धार किया।
पैठी मंथरा दासी,
रावण संहार किया॥
जय जय सरस्वती माता…॥

विद्या ज्ञान प्रदायिनी,
ज्ञान प्रकाश भरो,
जग ज्ञान प्रकाश भरो।
मोह अज्ञान और तिमिर का,
जग से नाश करो॥
जय जय सरस्वती माता…॥

धूप दीप फल मेवा,
मां स्वीकार करो,
हो मां स्वीकार करो।
ज्ञानचक्षु दे माता,
जग निस्तार करो॥
जय सरस्वती माता…॥

मां सरस्वती की आरती,
जो कोई जन गावे,
मैया जो कोई जन गावे।
हितकारी सुखकारी,
ज्ञान भक्ति पावे॥
जय जय सरस्वती माता…॥

जय सरस्वती माता,
जय जय सरस्वती माता।
सदगुण वैभव शालिनी,
त्रिभुवन विख्याता॥
जय जय सरस्वती माता…॥

ओम जय सरस्वती माता,
जय जय सरस्वती माता।
सदगुण वैभव शालिनी,
त्रिभुवन विख्याता॥
जय जय सरस्वती माता…॥

 

यहां 👉 सरस्वती चालीसा पढ़ें।


माँ सरस्वती की आरती का पाठ करने से पहले उनके महत्व और उनकी कृपा के बारे में जानकारी अत्यंत जरूरी है। यह आरती न केवल हमें आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है, बल्कि हमारे मन को सकारात्मक विचारों में परिवर्तन कर देती है।

माँ सरस्वती का महत्व
माँ सरस्वती को श्वेत वस्त्र, वीणा और पुस्तक धारण करने वाली देवी के रूप में जाना जाता है। उनका श्वेत वस्त्र शुद्धता और ज्ञान का प्रतीक है, जबकि वीणा संगीत और कला का प्रतिनिधित्व करती है। माँ सरस्वती की पूजा करने से मनुष्य को अज्ञानता के अंधकार से ज्ञान की ओर ले जाती है।


निष्कर्ष:
माँ सरस्वती की आरती हमें ज्ञान, बुद्धि और कला का आशीर्वाद देती है। इस आरती को नियमित रूप से पढ़ने और गाने से हमारे जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। आइए, माँ सरस्वती की इस दिव्य आरती के माध्यम से उनकी कृपा प्राप्त करें और अपने जीवन को सफलता और समृद्धि से भर दें।


यदि आपको यह आरती और जानकारी पसंद आई हो, तो इसे अपने मित्रों और परिवार के साथ साझा करें। माँ सरस्वती की कृपा सभी पर बनी रहे!

 

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