आज का दिन माघ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि से शुरू हो रहा है। यह दिन बृहस्पतिवार (गुरुवार) है, जो बृहस्पति ग्रह के प्रभाव में आता है। चंद्रमा वृषभ राशि में विराजमान हैं, जो स्थिरता और धैर्य का प्रतीक है। आज के दिन कृतिका नक्षत्र और ब्रह्म योग का संयोग है, जो शुभ फलदायक माना जाता है।
6 फरवरी 2025, तिथि, नक्षत्र और योग
- तिथि: नवमी (रात्रि 10:54 तक), उपरांत दशमी
- नक्षत्र: कृतिका (सायं 07:30 तक), उपरांत रोहिणी
- योग: ब्रह्म योग (सायं 06:42 तक), उपरांत ऐन्द्र योग
- करण: बालव (पूर्वाह्न 11:45 तक), उपरांत तैतिल
6 फरवरी 2025 सूर्योदय और सूर्यास्त
- सूर्योदय: सुबह 07:05
- सूर्यास्त: शाम 06:04
6 फरवरी 2025 ऋतु और मौसम
- सूर्य: उत्तरायण
- गोल: दक्षिण
- ऋतु: शिशिर
शिशिर ऋतु का यह समय ठंडक और प्रकृति की सुंदरता से भरपूर है। यह समय आत्मचिंतन और नए लक्ष्यों की ओर बढ़ने के लिए उत्तम है।
6 फरवरी 2025,आज के व्रत और त्योहार
- गुप्त नवरात्र: आज गुप्त नवरात्र का समापन हो रहा है। यह समय आध्यात्मिक साधना और मां दुर्गा की उपासना के लिए विशेष माना जाता है।
6 फरवरी 2025, शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 05:22 से 06:14 तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 02:25 से 03:09 तक
- निशिथ काल: रात्रि 12:09 से 01:01 तक
- गोधूलि बेला: शाम 06:01 से 06:27 तक
शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य सफल होते हैं। विशेष रूप से ब्रह्म मुहूर्त में ध्यान, योग और पूजा-पाठ करना अत्यंत लाभदायक माना जाता है।
6 फरवरी 2025, अशुभ मुहूर्त
- राहुकाल: दोपहर 01:30 से 03:00 तक
- गुलिक काल: सुबह 09:00 से 10:30 तक
- यमगंड: सुबह 06:00 से 07:30 तक
- दुर्मुहूर्त काल: सुबह 10:46 से 11:30 तक
अशुभ मुहूर्त में नए कार्य शुरू करने से बचना चाहिए। यह समय सामान्य कार्यों के लिए उपयुक्त है, लेकिन महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचें।
6 फरवरी 2025, अमृत काल
- अमृत काल: सुबह 07:05 से 08:27 तक
अमृत काल को बहुत ही शुभ माना जाता है। इस समय में किए गए कार्य सफल और फलदायी होते हैं।
6 फरवरी 2025, पंचांग का महत्व
पंचांग हिंदू ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण के माध्यम से समय और काल की सटीक गणना करता है। यह हमें दिन के शुभ और अशुभ समय को समझने में मदद करता है, जिससे हम अपने जीवन को और बेहतर ढंग से व्यवस्थित कर सकते हैं।
निष्कर्ष
6 फरवरी 2025 का दिन माघ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के साथ शुरू हो रहा है। इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि में रहेंगे और कृतिका नक्षत्र का प्रभाव रहेगा। शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य सफल होंगे, जबकि राहुकाल और अन्य अशुभ समय में नए कार्य शुरू करने से बचना चाहिए।