Aaj ka Panchang: 21 फ़रवरी 2025 का पंचांग को फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी है, जो सुबह 11:58 बजे तक रहेगा, इसके बाद नवमी तिथि शुरू होगा। अनुराधा नक्षत्र दोपहर के 03:53 तक रहेगा, ज्येष्ठा दोपहर 03:53 बजे से। व्याघात योग सुबह के 11:58 बजे तक और हर्ष योग सुबह के 11:58 बजे तक। कौलव करण सुबह के 11:58 तक, और तैतिल रात 12:44 तक रहेगा।
आध्यात्मिक महत्व (21 February 2025)
अध्यात्म महत्व, अनुराधा नक्षत्र सहयोग और समर्पण के लिए शुभ रहेगा, वही हर्षण योग नए प्रयास और आनंददायक कम के लिए शुभ रहेगा। शुक्रवार माता लक्ष्मी की पूजा का दिन है।
सूर्य-चंद्र की स्थिति | 21 February 2025
सुर्य कुंभ राशि में रहेंगे, और शनि का प्रभाव रहेगा। और वहीं चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेंगे, मंगल का प्रभाव रहेगा। 21 फ़रवरी 2025 के दिन शुर्योदय 06:58 AM बजे होगा, और सूर्यास्त 06:22 PM बजे होगा। वहीं चंद्रोदय 01:11 AM बजे, और चन्द्रस्त 12:45 PM बजे होगा। वैदिक ऋतु शिशिर और द्रिक वसंत।
कुंभ राशि में सूर्य सामाजिक कार्यों और नवाचार के लिए अनुकूल रहेगा, वहीं वृश्चिक राशि में चंद्रमा भावनात्मक गहराई और दृढ़ संकल्प को बढ़ावा देगा।
- सूर्य कुंभ राशि में रहेंगे, जिससे सामाजिक कार्यों और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
- शनि का प्रभाव रहेगा, जो अनुशासन और धैर्य को मजबूत करेगा।
- चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेंगे, जिससे भावनात्मक गहराई और दृढ़ संकल्प बढ़ेगा।
- मंगल का प्रभाव रहेगा, जो साहस और ऊर्जा प्रदान करेगा।
- 21 फ़रवरी 2025 को सूर्योदय सुबह 06:58 बजे और सूर्यास्त शाम 06:22 बजे होगा।
- चंद्रोदय रात 01:11 बजे और चंद्रास्त दोपहर 12:45 बजे होगा।
- वैदिक ऋतु शिशिर और द्रिक ऋतु वसंत रहेगी।
21 February 2025 शुभ और अशुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त: अभिजीत मुहूर्त 12:17 PM से 01:03 PM तक सभी महत्वपूर्ण काम कर सकते है। ब्रह्म मुहूर्त 05:21 AM से 06:09 AM तक ध्यान पूजा और योग के लिए श्रेष्ठ है। शुद्धि योग 20 फ़रवरी 01:03 PM से 21 फ़रवरी 03:53 तक अनुराधा नक्षत्र में। अशुभ मुहूर्त: में राहुकाल 11:14 AM से 12:40 PM तक कोई भी नए कार्य न करें। यमगंड 03:31 PM से 04:56 PM तक कही भी यात्रा न करें। दुर्महूर्त 09:15 AM से 10:00 AM तक और 01:03 PM से 01:48 PM तक रहेगा।
पर्व और त्यौहार 21 फ़रवरी 2025
शुक्रवार माता लक्ष्मी जी का दिन मन गया है, शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी को पिला फूल, चंदन और खीर का भोग लगाए। इस दिन पिला वस्त्र, अन्न और सोना का दान करने से धन का लाभ होता है और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता ही। ॐ श्रीं महालक्ष्मै नमः या ॐ नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करें, और पश्चिम दिशा में यात्रा न करे दिशा शुल्क का प्रभाव रहेगा ।
21 फ़रवरी 2025 को क्या सावधानी बरतें
अभिजीत मुहूर्त में किसी भी प्रकार का सौदा न करें, नव विवाहित जोड़े ज्येष्ठ नक्षत्र में सामंजस्य बनाए रखें। चंद्रमा के वृश्चिक राशि में रहने से पेट संबंधी समस्या आ सकती है, सावधानी बरतें। गडमूल ज्येष्ठा नक्षत्र में जन्मे जातक विशेष पूजा करें।
यहां 👉 शिव आह्वान मंत्र पढ़ें।
निष्कर्ष
21 फरवरी 2025 का दिन आध्यात्मिक प्रगति और शुभ कर्मों के लिए उपयुक्त है। अभिजीत मुहूर्त और ब्रह्म मुहूर्त का लाभ उठाकर धार्मिक अनुष्ठान करें। राहुकाल और यमगंड में महत्वपूर्ण निर्णय टालें। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान शिव की उपासना से धन, स्वास्थ्य और मानसिक शांति प्राप्त होगी।