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Nirvana Shatkam: जानिए निर्वाण षट्कम् पढ़ने के अदभुत फायदे।

Nirvana Shatkam

शिव निर्वाणषट्कम् : (Nirvana Shatkam) यह स्त्रोत के द्वारा आत्म को शुद्ध किया तह है, और अपने जीवन के अनंतता को समझा जा सकता है। इस Nirvana Shatkam (निर्वाणषट्कम्) का रचना आदि शंकराचार्य द्वारा किया गया था, जो वेदांत के सिद्धांत को समझने में मदद करता है। आइए शिव निर्वाणषट्कम् पढ़ते है। निर्वाणषट्कम् : Nirvana … Read more

पंचांग: 20 फरवरी 2025 जाने शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहुकाल || Today Panchang || Aaj ka Panchang

पंचांग: 20 फरवरी 2025

हिंदू पंचांग के अनुसार, 20 फरवरी 2025, गुरुवार को फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि है। यह दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दिन कई शुभ योग और मुहूर्त बन रहे हैं। साथ ही, यह दिन कालाष्टमी व्रत के लिए भी विशेष माना जाता है। आइए जानते हैं इस … Read more

Shree Kuber Chalisa In Hindi || जानिए कुबेर चालीसा पढ़ने के लाभ क्या होता है।

Shree Kuber Chalisa In Hindi

Shree Kuber Chalisa: का पाठ धन समृद्धि और सौभाग्य प्राप्ति के लिए अत्यंत लाभदायक माना गया है। भगवान कुबेर को धन का देवता माना गया है, कुबेर चालीसा के पाठ करने से उनकी कृपा निर्धनता को दूर करती है। व्यवसाय और जीवन में सुख शांति का आवागमन होता है, उनके आशीर्वाद से जीवन में हर … Read more

पंचांग 19 फरवरी 2025: फाल्गुन कृष्ण षष्ठी, वृद्धि योग और शुभ-अशुभ मुहूर्त

पंचांग 19 फरवरी 2025

19 फरवरी 2025, बुधवार का पंचांग हिंदू कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि से शुरू होता है। यह दिन विक्रम संवत 2081 (पिंगल संवत्सर) और शक संवत 1946 (क्रोधी संवत्सर) के अंतर्गत आता है। इस दिन की खगोलीय और ज्योतिषीय घटनाएं, शुभ-अशुभ समय, तिथि-नक्षत्र परिवर्तन, और धार्मिक महत्व को समझने … Read more

भूतनाथ अष्टकम् Bhootnath Ashtakam अर्थ सहित || भूतनाथ अष्टकम् || शिव शिव शक

भूतनाथ अष्टकम् Bhootnath Ashtakam अर्थ सहित

भूतनाथ अष्टकम में भगवान शिव के भूतनाथ रुप का वर्णन किया गया हैं। यह भूतनाथ अष्टकम बहुत शक्तिशाली माना गया है, जो शिव जी के अनेक लीलाओं व गुण और शक्ति का वर्णन किया गया है। भूतनाथ अष्टकम श्री कृष्ण दास जी महाराज के द्वारा रचा गया है। भूतनाथ अष्टकम् (Bhootnath Ashtakam) – अर्थ सहित … Read more

श्री कृष्ण आरती: आरती कुंजबिहारी की लिखित में बड़े || अपने कष्टों का निवारण करें।

कृष्ण आरती || Krishna Aarti Lyrics In Hindi

श्री कृष्ण आरती: सनातन धर्म के मान्यताओं के अनुसार भगवान कृष्ण के प्रेम ज्ञान और धर्म के प्रतीक है। कृष्ण आरती (Krishna Aarti) स्तुति में किए जाने वाली हर एक शब्द शक्तिशाली है। इस आरती के प्रतिदिन पाठ या गाने से मन में शांति और सुख, समृद्धि का मार्ग खुल जाता है। यह आरती सबसे … Read more

शिव स्तुति: भगवान शिव की दिव्य प्रार्थना और उनकी असीम कृपा प्राप्ति का मार्ग || Shiv Stuti: Ashutosh Shashank Shekhar Lyrics

Shiv Stuti: Ashutosh Shashank Shekhar

भगवान शिव को सनातन धर्म में पूजनीय माना गया है। इन्हें आदिदेव, महादेव के नाम से भी जाना जाता है, और इनके अनेक नाम भी है, और इनके बहुत सारी शक्तिशाली स्तुति है, जिसमें से एक शिव स्तुति (Shiv Stuti) बहुत पावरफुल स्तुति है। यह स्तुति भगवान शिव को पाने और समर्पण का मार्ग है, … Read more

14 फरवरी 2025 पंचांग: शुभ मुहूर्त, राहु काल और ज्योतिषीय महत्व | Today Panchang

14 फरवरी 2025 पंचांग

14 फरवरी 2025 पंचांग की पूरी जानकारी: फाल्गुन कृष्ण द्वितीया, शुभ-अशुभ समय, राहु काल, चंद्र-सूर्य राशि परिवर्तन, और मुहूर्त। जानें क्रोधी संवत्सर में विवाह, गृहप्रवेश या नए कार्यों के लिए श्रेष्ठ समय। 14 फरवरी 2025 पंचांग, शुक्रवार को फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। यह दिन क्रोधी संवत्सर में पड़ रहा है, जो संकल्प और … Read more

पंचांग: 13 फ़रवरी 2025 | Today Panchang | जानिए आज का शुभ अशुभ मुहूर्त।

पंचांग: 13 फ़रवरी 2025 | Today Panchang

राष्ट्रीय मिति माघ 24, शक संवत 1946, फाल्गुन कृष्ण पक्ष, प्रतिपदा, बृहस्पतिवार, विक्रम संवत 2081। सौर मास फाल्गुन मास प्रविष्टे 02। इस्लामी कैलेंडर शब्बान 14, हिजरी 1446।अंग्रेजी तारीख 13 फरवरी 2025 ईस्वी। सूर्य की स्थिति  उत्तरायण, दक्षिण गोल। ऋतु शिशिर ऋतु। राहुकाल अपराह्न 01:30 बजे से 03:00 बजे तक। तिथि परिवर्तन प्रतिपदा तिथि रात्रि 08:22 बजे तक रहेगी, इसके … Read more

काल भैरव अष्टकम: देवराजसेव्यमानपावनांघ्रिपङ्कजं व्यालयज्ञसूत्रमिन्दुशेखरं कृपाकरम्।

काल भैरव अष्टकम

काल भैरव अष्टकम: भगवान शिव जी के सबसे शक्तिशाली और उग्र रूप काल भैरव को समर्पित काल भैरव अष्टकम है। इस काल भैरव अष्टकम की रचना आदि शंकराचार्य द्वारा किया गया था, काल भैरव जी को समय के देवता, और काशी के रक्षक के रूप में पूजा किया जाता हैं। यह अष्टकम के घर में … Read more